1.
राज्य के प्रमुख सांस्कृतिक क्षेत्रों को कितने भागों में विभाजित किया गया है?
Correct Answer
B. 3
Explanation
राज्य के प्रमुख सांस्कृतिक क्षेत्र गढ़वाल क्षेत्र कुमाऊं क्षेत्र एवं जौनसार क्षेत्र हैं
2.
यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल राज्य के अभूर्त धरोहर है
Correct Answer
C. रम्माण उत्सव (2009)
Explanation
यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल राज्य की मूर्त धरोहर- फूलों की घाटी (1988) व नंदा देवी रिजर्व (2005) जबकि यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल राज्य के अभूर्त धरोहर रम्माण उत्सव (2009) व कुंभ मेला (2017)
3.
हिमालयन सांस्कृतिक केंद्र की स्थापना किस वर्ष की गई
Correct Answer
B. 2010
Explanation
हिमालयन सांस्कृतिक केंद्र की स्थापना 2010 में गढ़ी कैंट देहरादून में की गई
4.
संस्कृति के विकास के लिए सांस्कृति साहित्य एवं कला परिषद की स्थापना 2004 में कहां की गई
Correct Answer
C. देहरादून
Explanation
संस्कृति के विकास के लिए संस्कृति साहित्य एवं कला परिषद की स्थापना 2004 में देहरादून में की गई।
संस्कृत के विकास के लिए संस्कृत अकादमी की स्थापना हरिद्वार में की गई
5.
नाट्य एवं संगीत अकादमी की स्थापना 19 अक्टूबर 2002 को कहां की गई?
Correct Answer
A. फल सीमा (अल्मोड़ा में)
Explanation
नोट- ऐतिहासिक दृष्टि से प्रागैतिहासिक स्थल की शैल चित्र में योगमुद्रा में मानव का चित्रण फल सीमा से प्राप्त हुआ है,
14 नर्तकों सुंदर चित्रण कसार देवी(अल्मोड़ा)की शैलचित्र में प्राप्त किया गया,
पेटशाल की खोज डॉक्टर यशोधर मठपाल ने 1989 में की थी जहां से "कत्थई रंग" की मानव आकृतियां प्राप्त हुई
5.2 किलो का सोने का मुखौटा मलारी गांव (चमोली) से प्राप्त हुआ
6.
भारतखंडे हिंदुस्तानी संगीत संस्थान महाविद्यालय स्थित है
Correct Answer
D. उपर्युक्त सभी जगह
Explanation
भारतखंडे हिंदुस्तानी संगीत संस्थान के तीन महाविद्यालय देहरादून, पौड़ी, अल्मोड़ा, में स्थित है उदयशंकर नृत्य एवं नाट्य अकादमी की स्थापना 2003 में अल्मोड़ा में की गई
लोक कला संस्थान की स्थापना अल्मोड़ा में की गई है।
7.
पर्वतीय कला केंद्र की स्थापना कहां की गई
Correct Answer
C. दिल्ली
Explanation
मोहन उपरेती द्वारा 1968 में पर्वतीय कला केंद्र की स्थापना दिल्ली में की गई।
8.
राज्य में काष्ठ शिल्प में किस जनजाति के लोग विशेष तौर पर लगे हुए थे -
Correct Answer
D. राजी
Explanation
The correct answer is "राजी". This answer is based on the information provided in the question which states that in the state, people of a particular tribe were specifically involved in the woodcraft industry. Out of the given options, राजी is the only tribe mentioned. Therefore, राजी is the correct answer.
9.
कला भवन वाराणसी में संरक्षित 13 चित्रों की चित्रमाला "रुक्मणी हरण" किसके द्वारा बनाया गया चित्र है?
Correct Answer
B. चैतू
Explanation
मोलाराम गढ़वाल के सबसे प्रसिद्ध चित्रकार थे, उनके बाद चेतू माणकू चित्रकार गढ़वाल में प्रसिद्ध हुई है।
चैतू कृष्ण लीलाओं के चित्रण के विशेषज्ञ थे
10.
पंटागणिया पर्यटन विकास मेला कहां लगता है?
Correct Answer
C. रुद्रप्रयाग
Explanation
जाख मेला (जलते अंगारों पर नृत्य) गुप्तकाशी में, भूतूज या अन्नकूट मेला( प्रतिवर्ष रक्षाबंधन के एक दिन पूर्व) केदारनाथ गुप्तकाशी उखीमठ, त्रिदिवसीय मद्महेश्वर मेला आदि।
11.
किस मेले को पहाड़ी हॉकी के नाम से भी जाना जाता है?
Correct Answer
B. गिंदी मेला
Explanation
उपयुक्त सभी मेले पौड़ी में लगते हैं इसके अलावा पौड़ी में लगने वाले मेले- बैकुंठ चतुर्दशी या खड़दिया मेला( कमलेश्वर महादेव मंदिर में), कांडा मेला( भैया दूज पर मंजूघोषेश्वर महादेव मंदिर पर), गिंदी मेला(माघ महीने में, गेंद का खेल), सिद्धबली जयंती मेला (कोटद्वार), कण्व आश्रम मेला (कोटद्वार), वीर चंद्र सिंह गढ़वाली स्मृति मेला(23 अप्रैल प्रतिवर्ष), मधु गंगा घाटी विकास मेला, गंगवाड़स्यूं मेला आदि।
12.
लोहाघाट, जोहार घाटी, नाचनी, मिलम आदि स्थल प्रसिद्ध है
Correct Answer
A. चर्म उद्योग हेतु
Explanation
रिंगाल हस्तशिल्प उद्योग के लिए चमोली,अल्मोड़ा और पिथौरागढ़ के क्षेत्र प्रमुख है, रेशा एवं कालीन शिल्प के लिए पिथौरागढ़ के धारचूला और मुनस्यारी तथा चमोली के कुछ स्थान प्रमुख हैं
13.
"गुरु मणिकनाथ जात यात्रा" कहां मनाया जाता है
Correct Answer
B. टिहरी
Explanation
इसके अलावा टिहरी में लगने वाले मेले- नाग तिब्बा मेला( जौनपुर क्षेत्र), यमुना घाटी क्रीड़ा एवं सांस्कृतिक विकास मेला( नैनबाग), नागराज-सेम- मुखेम मेला, श्री गब्बर सिंह मेला(चम्बा), सुरकंडा मेला(चंबा), रवाई किसान विकास एवं सांस्कृतिक मेला(मलेथा), चंद्रबदनी मेला (अंजनीसैण) , रणभूत कौथिग मेला( विभिन्न युद्ध में मरे लोगों की याद में भूत नृत्य), विकास मेला कुंजापुरी पर्यटन विकास मेला आदि।
14.
जयदेव के "गीतगोविंदम" का चित्रण किस वर्ष किया गया?
Correct Answer
A. 1730
Explanation
माणूक ने 1730 में जयदेव के गीत गोविंदम का चित्रण किया, इसके अलावा प्रसिद्ध रंगीन चित्र "आंख मिचौली" भी इनके द्वारा बनाया गया चित्र है
15.
मयंक मुखी, उत्कंठिता नायिका, जयदेव वजीर , दंपति(प्रदुमन शाह व रानी का चित्र) किसके द्वारा बनाए गए चित्र हैं
Correct Answer
C. मोलाराम
Explanation
मोलाराम(मोलाराम तोमर-:1743-1833) की चित्रशाला श्रीनगर में है।
इसके अलावा- चंद्रमुखी, राधा कृष्ण मिलन,विप्रलम्भा नायिका, सितार प्रिया, हिंडोला, मस्तानी, वासकशटिया नायिका हैं।
इनके द्वारा लिखी गई कुछ प्रमुख रचनाएं- गढ़राज वंश काव्य, गढ़गीता संग्राम(नाटक), मन्मथ सागर आदि
16.
राज्य में काश्तकार मेला कहां लगता है
Correct Answer
B. चमोली
Explanation
चमोली में लगने वाले प्रमुख मेले- वसंत बुरांश मेला, किसान औद्योगिक पर्यटन विकास मेला, शहीद भवानी दत्त जोशी मेला(थराली), महामृत्युंजय मेला , श्री लक्ष्मी नारायण पर्यटन सांस्कृतिक विकास मेला, रूपकुंड महोत्सव, बण्ड विकास मेला, नौठा मेला( पाषाण युद्ध, लठमार मेला, हिमालय महोत्सव)आदि बद्री में, हरियाली पूड़ा मेला(नौटीगांव), अनुसूया मेला( गोपेश्वर),
17.
गुराऊ मेला कहां लगता है
Correct Answer
C. माणा गांव (चमोली)
Explanation
इस मेले को भोटिया जनजाति द्वारा बद्रीनाथ कपाट बंद होने से पहले (5 दिवसीय) मनाते हैं, पौराणिक तिमुंड़ा मेला( प्रतिवर्ष बद्रीनाथ कपाट खुलने से पूर्व किसी शनिवार को), बोरी मेला( लाटू देवता का कपाट खुलने पर प्रतिवर्ष)बाण गांव में।
18.
गुघाल मेला कहाँ लगता हैं?
Correct Answer
D. ज्वालापुर (हरिद्वार)
Explanation
हरिद्वार के कुछ प्रमुख मेले- पिरान कलियर मेला/उर्स ( साबिर साहब की दरगाह पर) रुड़की में, महाकुंभ मेला( प्रत्येक 12 वर्ष के बाद), अर्ध कुंभ मेला( प्रत्येक महाकुंभ से 6 वर्षबाद)
19.
अढूंड़ी( मक्खन उत्सव या बटर फेस्टिवल) उत्सव कहां मनाया जाता है
Correct Answer
D. दयारा बुग्याल
Explanation
दयारा बुग्याल उत्तरकाशी में स्थित है पर्वतारोही चंद्रप्रभा संतवाल विश्व पर्यटन मानचित्र पर लाया यहीं पर अगस्त माह में मक्खन व दही की होली के माध्यम से बटर फेस्टिवल या मक्खन उत्सव मनाते हैं। इसके अलावा वेदिनी और बगजी बुग्याल चमोली में स्थित है तथा जौराई बुग्याल टिहरी में स्थित है।
20.
प्रतिवर्ष 15 से 17 जून में संस्कृत विद्वानों का संगम कविल्ठा गांव रुद्रप्रयाग में कौन सा महोत्सव मनाया जाता है
Correct Answer
C. कालिदास महोत्सव
Explanation
कालिदास संस्कृत के प्रचंड विद्वान थे इतिहासकारों का मानना है कि कालिदास का जन्म कविल्ठा गांव नामक स्थान पर हुआ था इसलिए प्रत्येक वर्ष उनकी स्मृति में यह महोत्सव मनाया जाता है।